Collection of Five Stories
हर्फ़ अधूरे
Harf Adhure
by Harish Masand
'हर्फ-अधूरे' मेरी उन कहानियों का संकलन है जो मैंने वर्ष 1990 से वर्ष 2000 के दौरान लिखीं। इन कहानियों में लगभग 30 वर्ष के अंतराल का सफर है जो वर्ष 1970 से वर्ष 2000 तक जाता है। यह वो ज़माने थे जब किसी से संपर्क करने के लिए उससे मिलने जाना पड़ता था अथवा किसी चिट्ठी या संदेश का सहारा लेना पड़ता था। कभी-कभी 'माननीय' पड़ोसियों या रिशतेदारों को फोन कर के भी संदेश पहुँचाने की प्रार्थना की जाती थी। आज की टेक्नोलोजी में सिमटी दुनिया से परे, यह एक अलग ही जीवन शैली थी। अपने आस-पास के लोगों और घटित घटनाओं से प्रेरित होकर जब मैंने लिखना शुरू किया, तो सोचा न था कि इन्हें कभी आपके समक्ष रखूँगा । इन कहानियों के सभी पात्र काल्पनिक हैं तथा इनका किसी भी जीवित या मृत व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है। इन कहानियों के माध्यम से मैंने अपने जीवन को एक बार फिर जिया है- कभी बच्चा बन कर तो कभी एक नवयुवक बनकर, कभी कहानी का वाचक बन कर तो कभी एक मूक दर्शक बन कर। इन कहानियों में भावुक मन की अनेकानेक अभिलाषाएं, अकुलाहटें, निराशाएँ, पीड़ाएँ और दुविधाएँ शब्दों का आकार पाती हैं। बहुत कुछ कहते हुए भी इन कहानियों के 'हर्फ़ अधूरे' हैं।


PAGES
86
PUBLISHED
2017
PUBLISHER
Hindi Book Centre
Asaf Ali Road, New Delhi, India
ISBN
978-93-83894-39-0